Pre-Vocational Training | छठवीं से पड़ेगी कॅरिअर की नींव, माध्यमिक विद्यालयों में शुरू होगी व्यावसायिक कौशल की ट्रेनिंग

Pre-Vocational Training | छठवीं से पड़ेगी कॅरिअर की नींव, माध्यमिक विद्यालयों में शुरू होगी व्यावसायिक कौशल की ट्रेनिंग

प्री-वोकेशनल प्रशिक्षण पूरा, शिक्षकों को दी जा रही मास्टर ट्रेनिंग, विषयों के साथ मिलेगा व्यावहारिक प्रशिक्षण

लखनऊ। अब विद्यार्थियों को कॅरिअर की दिशा तय करने का अवसर छठवीं कक्षा से ही मिलेगा। समग्र शिक्षा अभियान के तहत नए शैक्षिक सत्र से प्रदेश के सभी माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा छह से व्यावसायिक कौशल (वोकेशनल स्किल) की ट्रेनिंग शुरू की जाएगी। इसका उद्देश्य बच्चों को प्रारंभिक स्तर से ही तकनीक, नवाचार और रोजगारपरक कौशल से जोड़ना है।

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (एससीईआरटी) के अधिकारियों के अनुसार, अभी तक कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा दी जा रही थी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप अब इस दायरे को बढ़ाकर कक्षा 6, 7 और 8 तक किया जा रहा है, ताकि छात्र-छात्राएं रुचि के अनुसार कौशल विकसित कर सकें।



मंडल स्तर पर पूरी हुई प्री-वोकेशनल मास्टर ट्रेनिंग : योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए शिक्षकों को पहले प्रशिक्षित किया जा रहा है। नवंबर माह में लखनऊ में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंडल स्तर पर प्री-वोकेशनल की मास्टर ट्रेनिंग दी गई। इसमें निशातगंज राजकीय इंटर कॉलेज के गणित एवं विज्ञान शिक्षक स्वतंत्र कुमार गुप्ता को प्रशिक्षित किया गया है। 

अब मंडल स्तर पर प्रशिक्षित शिक्षक जिलों में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों को नियमित विषयों के साथ-साथ अतिरिक्त रूप से वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए अल्पकालीन प्रशिक्षण कोर्स भी संचालित किए जाएंगे। इन कोर्सों के माध्यम से छात्र मैकेनिक, इलेक्ट्रीशियन, मोबाइल रिपेयरिंग, फिटर, वेल्डर, आईटी, कंप्यूटर, प्लंबिंग, सर्विस सेक्टर और अन्य तकनीकी क्षेत्रों से जुड़ा व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। 

कार्यरत माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे, जिससे योजना को जमीनी स्तर पर लागू किया जा सके। स्वतंत्र कुमार के अनुसार, कक्षा छह से ही व्यावसायिक कौशल की शुरुआत से विद्यार्थियों में आत्मनिर्भरता और व्यावहारिक समझ विकसित होगी।

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